दाब्बतुल अर्द का निकलना, दाब्बतुल अर्द क्या चीज़ है.?

मेरे अज़ीज़ दोस्तों ! आइए सबसे पहले एक बार गुंबदे ख़ज़रा में आराम फ़रमाने वाले आक़ा हम गरीबों के गमगुसार दोनों जहाँ के मालिक-ए-मुख्तार सरवरे कौनैन जनाब-ए-मुहम्मदु र्रसूलुल्लाह सल्लल्लाहू अलैही वसल्लम पर दुरूद-ए-पाक पढ़ ले। !

।।अल्लाहुम्मा रब्बू मोहम्मदिन सल्ला अलैही वसल्लम, नह्नू इ़बादु मोह़म्मदीन सल्ला अलैही वसल्लम, सल्लल्लाहु तआ़ला अलैही वसल्लम।।




दाब्बतुल अर्द क्या चीज़ है..?

मेरी प्यारी दोस्तों ! दाब्बतुल अर्द यह एक अजीब शक्ल-व-सूरत का जानवर है जोकि सफ़ा पहाड़ से निकलेगा और तमाम शहरों में फ़साह़त ( यानी बहुत अच्छी सही और साफ-सुथरी अरबी भाषा में बात करेगा ) से कलाम, बातचीत करेगा। उसके हाथ में हज़रते मूसा अ़ला नबीयना अलैही सलात-व-सलाम का असा "लाठी" और हज़रते सुलैमान अलैहिस्सलाम की अंगूठी होगी। लाठी से तमाम मुसलमानों के माथे पर एक चमकदार निशान लगाएगा और अंगूठी से काफ़िर के माथे पर एक काला धब्बा लगाएगा। उस वक्त पूरी दुनियां के अंदर तमाम मुस्लिम-व-काफिर ऐलानिया ज़ाहिर होंगे यानी दूर ही से पता चलेगा के कौन मुस्लिम है और कौन काफ़िर। यह काला धब्बा निशान कभी ना बदलेगा जो काफ़िर है वह हरगिज़ ईमान ना लाएगा और जो मुसलमान है वह हमेशा ईमान पर क़ाइम-व-दाइम रहेगा।


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नोट : मेरे प्यारे दोस्तों ! मुझे उम्मीद है कि आपको  दाब्बतुल अर्द क्या चीज़ है इसके समझने में कोई दिक्कत नहीं आई होगी। अगर कहीं पर आपको Doubts हो समझने में या पोस्ट में कहीं कुछ गलत Typing Mistake हुई हो तो आप बड़ा-ए-मेहरबानी Comment Box मैं मुझे ज़रूर ब-ख़बर करें..! और इस पोस्ट को ज़दा से ज़्दा share करें...!


ख़ुदा हाफ़िज़