10th roza kaise guzaren.


दोस्तों !  आज की इस पोस्ट में बात करने वाले हैं कि आप इस रमजान-उल-मुबारक के 10वां रोज को कैसे गुजरेंगे |
हमारे इसल्मा के बड़े बड़े रिसर्च करने वालों ने 10 वीं रोज केलिए कुछ नुस्खा मुकर्रर किये हैं ताकि इस्लाम पे जान निछावर करने वाले इस रोज को भी इबादत में गुजर सके तो चलते है आगे बात अकरते हैं |

 

रमजान के 10 वां रोज गुजरने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप जब सेहरी खाए तो खाने के बाद आप न सोये बल्कि फ़जर की नमाज़ पढ़ने के बाद आप पाँचवाँ कालिमा यानि इस्टिगफार वाला कालिमा 70 मर्तबा पढ़ें |
फिर जब आप जोहर की नमाज़ पढ़ें तो पढ़ने के बाद दुआ-ए-कर्ब-व-परेशानी 17 मर्तबा पढ़ें |
फिर असर की नमाज़ के बाद दुआ-ए-जमीला 3 मर्तबा पढ़ें |
और मगरीब की नमाज़ के बाद दुआ-ए-नजात 40 मर्तबा पढ़ें |
और जब ईशा की नमाज़ पढ़ने जाए तो नमाज़ पढ़ने के बाद सुर-ए-यासीन जिस सूरत के बारे में तमाम उलमा-ए-किराम फरमाते हैं कि यह कुरान शरीफ का दिल है तो दोस्तों आप इससे मालूम कर सकते हैं कि रोज़े की हालत में जो शख्स इस सूरत को 1 मर्तब पढ़ेगा तो क्या आलम होगा, अल्लाह ताल कितना सवाब आता फरमाए गया।