तू मिले या ना मिले यह मेरी मुकद्दर की बात है।
सुकून बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर।
Shayari in hindi by RBN. |
ना वो आ सके न हम कभी जा सके।
ना दर्दे दिल का कभी किसी को सुना सके।
बस खामोश बैठे हैं उनकी यादों में।
ना उसने याद किया ना हम भुला सके।
तुम से ही रूठ कर तुम ही को याद करते हैं।
हमें तो ठीक से नाराज़ होना भी नहीं आता।
दुआ करो जो जिसे चाहता है उसे मिल जाए।
बहुत रुलाती है यह अधूरी मोहब्बत।
Depression डिप्रेशन कोई मज़ाक नहीं है।
अच्छा खासा हंसने वाला बंदा अंदर से ख़त्म हो जाता है।
क़यामत के दिन जब हिसाब होंगे।
हुस्न वाले बेनकाब होंगे।
सफ़ें लाइन लगी होंगी बेवफाओं की।
सबसे आगे मेरे जनाब होंगे।
कभी अंधेरा होगा कभी शाम होगी।
मेरी हर खुशी तेरे नाम होगी।
कुछ मांग कर तो देखो हमसे।
होठों पे हंसी और हथेली पर जान होगी।
लगता है अभी दिल ने ताल्लुक नहीं तोड़ा।
यह आंखें तेरे नाम पर भर आती है अब भी।
दूसरों को समझाना मुश्किल हो जाए।
तो खुद को समझा लेना बेहतर होता है।
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