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darood sharif ॥ दुरूद शरीफ की फ़ज़ीलत हिन्दी में ।

 फजाइले दुरूद शरीफ :


Drood sharif ki fazilat 

मेरे प्यारे अज़ीज़ दोस्तों ! आज कि इस पोस्ट में durood sharif ki fazilat in hindi. भाषा मे आप तक पहुँचने की कोशिश की जा रही है। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद मालूम होगा कि durood sharif se kya hota hai? और drood sharif padhne se kya hota hai ? क्या है ? मुझे उम्मीद इसको पढ़ने के बाद आप अपने दोस्तों में भी शेयर करेंगे इंशा अल्लाह, अल्लाह आप को तौफीक दे और मेरे मुझे भि ऐसी पोस्ट लिखने की तौफीक दे ॥ 

कुरान शरीफ में अल्लाह ताला इरशाद फरमाता है कि : बेशक अल्लाह और उसके फ़रिश्ते दुरूद भेजते हैं उस ग़ैब बताने वाले नबी करीम पर | ये इमानवालों उन पर दुरूद और सलाम भेजो॥[कंजूल ईमान]
इस आयात मुक़द्दसा की तफ़सीर में हुज़ूर सदरुल अफआदिल अपनी तफ़सीर में खाजा इनउल इरफान में लिखते हैं। प्यारे नबी करीम पर दरूद और सलाम भेजना वाजिब है, हर एक मजलिस में आप का जिक्र करने वाले पर भी और सुनने वाले पर भी एक बार दरूद पढ़ना वाजिब और इससे ज्यादा पढ़ना मुस्तहब है। यही बात काबिल ए ऐटिमाद है ।



हदीस शरीफ :

हज़रत अब्दुलाह बिन मसूद से रिवयत है कि प्यारे नबी करीम ने इरशाद फरमाया : कि कयामत के दिन लोगों में सब से ज्यादा मेरे करीब वह शख्स होगा जिस ने सबसे ज्यादा मुझ पर दरूद भेज होगा।

हदीस शरीफ :

हजरत अब्दुल्लाह बिन उम्र रदी अलहू अनहू से रिवयत है फरमाते हैं कि जव एक बार प्यारे नबी करीम पर दरूद शरीफ पढ़ात है तो अल्लाह और उसके फ़रिश्ते उस पर सत्तर 70 बार दरूद पढ़ते हैं यानि राहमतें नजिल फरमता है॥

हदीस शरीफ :

प्यारे नबी करीम मोहममदूर रसूलउल्लाह ने इरशाद फरमाया जो शख्स मुझ पर एक मर्तबा दरूद शरीफ भेजेगा अल्लाह ताला उस पर दस 10 राहमतें नजिल फरमाएगा औकर उस के दस 10 गुनाह माफ फरमाएगा और दस 10 दर्जे बलन्द फरमाएगा ॥ (नसाई शरीफ जिल्द 1 पेज 145 लाइन 18, 19)

हदीस शरीफ :हज़रत अबू होरेरा रादियालहू अनहू से मरवी है कि नबी करीम अल्लाह के प्यारे महबूब ने फरमाया : मुझ पर दरूद भेजने वाले केलिए पूल सिरात पर एक नूर होगा और जो पूलसिरत पर नूर वाला होगा वो जहननमी नहीं होगा॥ (दलाईलूलखैरात पेज 104)

हदीस शरीफ : अल्लाह के प्यारे नबी मोहामद सेयदुल अंबिया ने इरशाद फरमाया मेरे पास जिब्राइल अमीन अलहीस सलाम आए उन्हों ने कहा या रसूल अल्लाह आओप का जो उम्मती आप पर दुरूद शरीफ भेजेगा उस पर सत्तर 70 हजार फ़रिश्ते दरूद शरीफ भेजेंगे और जिस पर फ़रिश्ते दरूद शरीफ भेजें वो जन्नती है ॥

Durood sharif Hadith ki roshni mein 

दुरूद शरीफ हिन्दी में 

दरूद शरीफ पढ़ने से क्या होता है ?

दुरूद शरीफ कि फ़ज़ीलत हिन्दी में 


हदीस शरीफ : हम सब के प्यारे आक जनाब ए मोहम्मद उर रसूलअल्लाह से मरवी है कि आप ने फरमाया : जिस ने मेरे हक कि ताज़ीम के लिए मुझ पर दरूद शरीफ भेजा अल्लाह ताला उस कौल से एक फरिश्ता पैदा फरमाता है जिस का एक पर मशरिक़ “पूरब” में है और दूसरा मग़रिब “पच्छिम” में यानि एक पूरब में एक पच्छिम में और उस के पैर सब से निचली सातवें जमीन में ठहरे हुवे हैं और उस कि गरदन अर्श के नीचे लिपटी हुई है अल्लाह ताला उसे फरमाता है मेरे बंदे पर दरूद भेज जिस तरह उस ने मेरे नबी पर दरूद भेजा है पास वो उस बंदे पर कयामत तक दरूद भेजता रहेगा ॥

हदीस शरीफ :

अल्लाह के प्यारे हबीब नबी करीम ने इरशाद फरमाया जिस ने मुझ पर एक मर्तबा दरूद शरीफ भेज अल्लाह ताला उस पर दस 10 मर्तबा दरूद शरीफ भेजेगा और जिस ने मुझ पर दस मर्तबा दरूद भेज अल्लाह ताला उस पर 100 मर्तबा दरूद भेजेगा और जिस ने मुझ पर
100 मर्तबा दरूद भेजा उस पर अल्लाह ताला हजार 1000 मर्तबा दरूद भेजेगा। और जिस ने मुझ पर हजार 1000 बार दरूद भेजा अल्लाह ताला उसका जिस्म आग पर हराम फर्मादेगा॥


खुलासा :  यही है हमारे प्यारे आक का सदका और रहमतों का अंबार लगा हुआ है एक मर्तबा दरूद शरीफ पढ़ो तो खुद के दस 10 राहमतें के मुसतहीक, दस 10 पढ़ो तो सो 100 के मुसतहीक और अगर सौ 100 पढ़ो तो हजार 1000 के मुसतहीक और अगर 1000 पढ़ो तो जिस्म जहननम की आग से महफूज हो जाए ॥

दुरूद शरीफ पढ़ने से क्या फाइदा है हदीस कि रोशनी में । 

हदीस शरीफ :

(दलाईल उल खैरात) अल्लाह के प्यारे रसूल फातिमा जहरा के अब्बू जान हसनैन कारीमैन के नाना जान जनाब ए मोहम्मद उर रसूल अल्लाह ने फरमाया : जो बांदा मुकझ पर दरूद भेजता है उसका दरूद तेजी से उस के मुंह से निकलता है फिर कोई जंगल और दरिया समंदर पहाड़ और पूरब व पच्छिम बाकी नहीं रहता मगर वहाँ वो दरूद गुज़रता है और कहता है मैं फलां बिन फलां का दरूद हूँ जिसे उसने अल्लाह ताला के तमाम मखलूक से अफजल हज़रत मोहम्मद पर भेजा है जो साहिब ए इख्तियार हैं ॥   

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